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    वर्ल्ड अपडेट्स:अफगानिस्तान में बस हादसा, 73 लोगों की मौत; ईरान से निकाले गए प्रवासी सवार थे

    3 weeks ago

    अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में प्रवासियों से भरी एक बस, ट्रक और बाइक से टकरा गई। हादसे के बाद बस में आग लग गई, जिसमें 73 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 17 बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि यह बस ईरान से निकाले गए अफगान प्रवासियों को लेकर राजधानी काबुल की ओर जा रही थी। सभी यात्री इस्लाम काला बॉर्डर पार करके सवार हुए थे। हेरात के प्रांतीय प्रवक्ता अहमदुल्लाह मुत्ताकी ने X पर पोस्ट कर मौतों की पुष्टि की और इसे हाल के वर्षों का सबसे भीषण सड़क हादसा बताया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बस पूरी तरह जलती हुई और लोग अफरातफरी में भागते हुए दिखे। पूरा वीडियो यहां देखें... अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें.... यूक्रेन में सैनिक तैनात नहीं करेगा अमेरिका, सुरक्षा गारंटी देने के लिए दूसरे तरीके अपनाएगा डोनाल्ड ट्रम्प ने साफ कर दिया है कि अमेरिका यूक्रेन में सैनिक (बूट्स ऑन ग्राउंड) नहीं भेजेगा व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलीन लीविट मंगलवार रात यह जानकारी दी। लीविट ने कहा कि सुरक्षा गारंटी के लिए अन्य विकल्प खुले रहेंगे। इसमें हवाई मदद जैसे उपाय भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि ट्रम्प यूरोप के सहयोगियों और यूक्रेन-रूस के बीच एक नए सुरक्षा ढांचे पर काम कर रहे हैं ताकि लंबे समय तक शांति कायम की जा सके। वाइट हाउस के मुताबिक, ट्रम्प अमेरिकी टैक्सपेयर्स का पैसा सीधे युद्ध पर खर्च नहीं करना चाहते। इसी वजह से उन्होंने प्रस्ताव दिया कि नाटो अमेरिकी हथियार खरीदे और इन्हें यूक्रेन की मदद के लिए इस्तेमाल करे। लीविट ने यह भी कहा कि ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से कई बार बातचीत की है। दोनों देशों ने आपस में बातचीत शुरू करने की सहमति भी जताई है। वाइट हाउस का दावा है कि ट्रम्प की पहल से पहले भी कई वैश्विक संघर्ष खत्म हुए हैं और इससे अमेरिका को दुनिया में फिर से सम्मान मिला है। पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ से 706 लोगों की मौत, खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा तबाही पाकिस्तान में 26 जून से अब तक बारिश और बाढ़ से 706 लोगों की जान जा चुकी है। यह जानकारी इस्लामााबाद के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने दी है। वहीं घायलों की संख्या बढ़कर 965 हो गई है। NDMA के मुताबिक बारिश और बाढ़ का सबसे ज्यादा असर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में देखने को मिला। अकेले यहीं 427 लोगों की मौत हुई। इसके बाद पंजाब में 164, सिंध में 29, बलूचिस्तान में 22, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 56 और इस्लामाबाद क्षेत्र में 8 लोगों की मौत दर्ज की गई है। राहत और बचाव कार्यों के लिए पाकिस्तानी सेना ने प्रभावित इलाकों में ऑपरेशन तेज कर दिया है। UN में भारत का पाकिस्तानी सेना पर आरोप, 1971 की जंग में लाखों महिला के साथ यौन हिंसा की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में हुई बहस के दौरान भारत ने पाकिस्तान को महिलाओं पर हो रहे यौन अपराधों को लेकर घेरा। भारत के कार्यवाहक राजदूत एल्डोस मैथ्यू पुनूस ने कहा कि 1971 के बांग्लादेश युद्ध से लेकर अब तक पाकिस्तान की फौज लगातार अल्पसंख्यक महिलाओं के साथ यौन हिंसा करती रही है। पुनूस ने याद दिलाया कि 1971 में ईस्ट पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में पाकिस्तानी सेना ने लाखों महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया था। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक पैटर्न आज भी जारी है। भारत ने बताया कि पाकिस्तान में आज भी अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के अपहरण, जबरन धर्मांतरण, बाल विवाह और यौन हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही हैं। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की अदालतें कई बार इन अपराधों को वैध ठहराती हैं। विडंबना यह है कि जो अपराधी हैं, वही खुद को न्याय के चैंपियन बताने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने कहा कि देश ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए निर्भया फंड, 112 इमरजेंसी हेल्पलाइन, हर जिले में सखी सेंटर और फास्ट ट्रैक कोर्ट जैसे कदम उठाए हैं। साथ ही शांति अभियानों में महिला पुलिस यूनिट्स की तैनाती कर दुनिया के लिए उदाहरण पेश किया है। ट्रम्प ने भारत-पाक संघर्ष खत्म करने के लिए व्यापार का इस्तेमाल किया; अमेरिकी व्हाइट हाउस की प्रवक्ता का बयान​ अमेरिका की व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लीविट ने मंगलवार रात कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को खत्म करने के लिए ‘ट्रेड’ यानी व्यापार को दबाव के तौर पर इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा किया कि ट्रम्प इसे को लेकर गर्व महसूस करते हैं। लीविट ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि ट्रम्प ने अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले और इसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक संघर्ष को रोकने में अहम भूमिका निभाई। लीविट के मुताबिक ट्रम्प ने ट्रेड को एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर इस संघर्ष को खत्म कराया। लीविट ने आगे कहा कि ट्रम्प अजरबैजान और आर्मेनिया के नेताओं से शांति वार्ता में भी शामिल रहे और रवांडा व डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो के बीच संघर्ष खत्म करने में मदद की। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो लगातार ट्रम्प को दुनियाभर के संघर्षों की जानकारी देते हैं। व्हाइट हाउस के मुताबिक, फिलहाल ट्रम्प का सबसे ज्यादा ध्यान रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-गाजा संघर्ष को खत्म कराने पर है। ट्रम्प पहले भी कई बार भारत-पाक संघर्ष को खत्म कराने का श्रेय खुद को दे चुके हैं। मई में हुए संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत स्ट्राइक की थी। इसके बाद पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने भारत से युद्धविराम का अनुरोध किया था।
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